शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. आलेख
  4. गुरु ने बदला घर, क्या होगा असर
Written By भारती पंडित

गुरु ने बदला घर, क्या होगा असर

गुरु का राशि परिवर्तन और आपकी राशि

Astro Tips for Youth | गुरु ने बदला घर, क्या होगा असर
ND
- भारती पंडित
अब तक कुम्भ में चल रहे गुरु 2 मई से अपनी चाल को तेज कर अगली राशि मीन में प्रवेश करेंगे। हालाँकि तेज गति के ग्रह अतिचारी कहे जाते है और ये शुभता कम करते है मगर इस बार गुरु स्वराशि मीन में आ रहे है अतः शुभ फलों की अधिकता होगी। शनि के साथ ये सीधा दृष्टि संबंध बनाएँगे जिससे शनि की अशुभता में भी कमी देखी जाएगी। आइए देखे, विभिन्न राशियों पर इस परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ने वाला है :

1. मेष : मेष के लिए गुरु व्यय में आ रहे हैं। अब तक मिल रही शुभता में कमी होगी, स्थान परिवर्तन हो सकता है, यात्रा में कष्ट,स्वास्थ्य कष्ट और मित्रों से धोखा हो सकता है। आय में भी कमी हो सकती है अतः सावधानी रखें, गुरु के मन्त्रों का जाप करें। इष्ट का ध्यान करे।

2. वृषभ : इनके लिए बड़े अरसे बाद गुरु शुभता ला रहे हैं। धन और प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी, मान सम्मान मिलेगा। अटके कार्य भी ग्यारहवें गुरु पार लगाएँगे। राज्य पक्ष से लाभ मिलेगा, कलाकारों को सफलता मिलेगी। किसी विद्यार्थी की सहायता अवश्य करें।

3. मिथुन : दसवें गुरु विशेष शुभ नहीं है। विशेषकर नौकरी में बेहद सावधानी रखें, धन-पद हानि संभव है। अपयश व वाद-विवाद की आशंका है। गुरु की शरण ले तथा वाणी की कटुता व अहंकार से बचें।

4.कर्क : नवें गुरु शुभ है। भाग्योदय का अवसर देंगे। अब तक रुके काम बनेंगे। प्रमोशन हो सकता है। जमीन जायदाद से भी लाभ होगा। परिवार में सुख रहेगा। आय बढ़ेगी। आय का एक हिस्सा दान करें व गाय की सेवा करें।

5. सिंह : इस राशि के लिए आठवें गुरु सावधान रहने का संकेत ला रहे हैं। कार्य बिगड़ने व व्यापार में हानि संभव है। धन हानि हो सकती है। क्रोध के कारण काम बिगड़ेंगे और कष्ट होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें और कोई बड़े निर्णय इस समय न लें।

6. कन्या : सप्तम गुरु शुभ है। सफलता के योग है। यात्रा में लाभ, नौकरी में नए अवसर और धन लाभ के अवसर मिलेंगे। जीवन साथी की उन्नति होगी। संतान पक्ष से लाभ या शुभ समाचार मिलेगा। शनि की दाहकता कम होगी व तनाव कम होगा। शनि का दान करते रहे व गुरु की सलाह लें।

7.तुला : छठे गुरु शत्रुनाशक तो है मगर स्वास्थ्य कष्ट भी देंगे अतः खान-पान का परहेज रखे। कागज़ी काम सावधानी से करें और व्यर्थ विवादों में न उलझें। शान्ति से काम करें। तनाव से बचे। इष्ट का ध्यान व गुरु के मन्त्रों का जाप करें।

8. वृश्चिक : पंचम गुरु बहुत शुभ है। सुख-सुविधा में वृद्धि होगी। शिक्षा में यश मिलेगा, परीक्षा-प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। सज्जनों की संगत का अवसर मिलेगा। गुरु का साथ मिलेगा। इन सबका लाभ उठाएँ और इष्ट का ध्यान करें।

9. धनु : चौथे भाव में गुरु सामान्य फल दे रहे हैं। शान्ति से कार्य करें। व्यर्थ तनाव न लें। अब तक अटके काम पूरे होंगे। निर्णय लेते समय जल्दबाजी न करे। यात्रा के योग आ सकते हैं। राज्य पक्ष से लाभ होगा मगर काम का बोझ बढेगा। धन लाभ होगा मगर खर्च बढ़ेगा। गुरु के मन्त्रों का जाप करे और गुरु की सलाह लें।

10. मकर : तीसरे गुरु मिले-जुले परिणाम देंगे। परीक्षा-प्रतियोगिता में परिणाम आशानुकूल आएँगे। कार्य स्थल में परिवर्तन। मित्रों व परिजनों से दूर जाने के भी योग है। जीवन स्तर में अचानक परिवर्तन होगा। नई परिस्थिति में ढालने का कार्य करना होगा। मन में शान्ति रखें और शनि का दान करें।

ND
11. कुम्भ : दूसरे गुरु शुभ हैं। धन,सुख, लोकप्रियता में वृद्धि के संकेत है। विवाह या मांगलिक कार्य के भी योग हैं। दान-धर्म में रूचि होगी। शत्रुओं से मेल-मिलाप होगा। यात्रा की शुभता के भी संकेत है। किसी छात्र की सहायता करें।

12. मीन : प्रथम भाव के गुरु अधिक लाभ नहीं देंगे मगर स्वराशि के होने से हानि भी नहीं करेंगे। मन में अनायास डर बना रहेगा। धन का पक्ष कमजोर हो सकता है। संतान के द्वारा शुभ समाचार मिलेंगे। जीवनसाथी की भी उन्नति होगी। कार्य-स्थल पर बाधाओं के बाद कार्य बनेंगे। गुरु की सलाह लें, बड़ों का आदर करें और पीली वस्तुओं का दान करें।

विशेष : गुरु मीन राशि में 2 मई से 30 अक्टूबर तक रहेंगे। फिर कुम्भ में वापस जाएँगे।